बिहार विधानसभा के एक सदस्य से बातचीत का ऑडियो वायरल होने के बाद से बिहार औऱ झारखंड की राजनीति गर्म है. चौतरफा दवाब के बाद गुरुवार को लालू प्रसाद यादव को रिम्स निदेशक के बंगले से वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है.

बिहार विधानसभा के स्पीकर के चुनाव के पहले भाजपा विधायक ललन पासवान को जेल से फोन करने की लालू प्रसाद की ऑडियो वायरल होने के बाद अब रांची जिला प्रशासन हरकत में आ गया है. जेल आइजी से मिले निर्देश के बाद अब रांची के डीसी छवि रंजन ने जेल अधीक्षक से इस मामले में रिपोर्ट मांगी है. डीसी ने जेल अधीक्षक से पूछा है कि क्या यह सच है कि लालू के मामले में जेल मैन्युअल का उल्लंघन हो रहा है. लालू प्रसाद यादव तक मोबाइल कैसे पहुंच गया, उन्होंने इसकी पूरी रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर जमा करने के लिए कहा है.
इससे पहले बुधवार को झारखंड के जेल आइजी वीरेंद्र भूषण ने इस मामले की जांच का आदेश दिया था. उन्होंने रांची डीसी और एसएसपी इसके जांच का निर्देश दिया था. उन्होंने एक ओर जहां पूरे मामले की छानबीन कर रिपोर्ट देने की बात कही है, वहीं दूसरी ओर यह भी कहा है कि सुरक्षा के मामले में इस तरह की लापरवाही ठीक नहीं है. जेल आइजी ने सुरक्षा में तैनात जवानों को भी सचेत करने को कहा है, ताकि लालू प्रसाद से बिना इजाजत कोई न मिल सके.
ऑडियो वायरल होने के बाद से सेवक व आरजेडी का प्रदेश महासचिव इरफान अंसारी अंडरग्राउंड हो गया है. उसका वह नंबर भी लगातार ऑफ आ रहा है जिससे लालू यादव ने विधायकों से बात की है. जबकि इस घटना से पहले इरफान अंसारी केली बंगला में अक्सर दिखाई देता था. सुबह के नास्ते से लेकर दोपहर और रात के खाने की जिम्मेवारी सहित लालू से जुड़े कई कार्य अंसारी ही करता था.